मध्य पूर्व में बढ़ती हिंसा पर चर्चा करने के लिए हाउस ऑफ कॉमन्स में एक आपातकालीन बहस आयोजित की गई, जिसमें सांसदों के बीच इस बात पर मतभेद था कि इजरायल और कनाडा को इस पर कैसे प्रतिक्रिया देनी चाहिए।
पिछले साल 7 अक्टूबर को हमास द्वारा इजरायल में हमला किए जाने के बाद से ही मतभेद देखने को मिल रहे हैं, जिसमें कुछ सांसद युद्ध विराम के लिए दबाव डाल रहे हैं और अन्य ओटावा द्वारा आतंकवादी इकाई माने जाने वाले संगठन के खिलाफ इजरायल के सैन्य अभियान का समर्थन कर रहे हैं।
1 अक्टूबर की मध्यरात्रि तक पांच घंटे से अधिक समय तक चली यह बहस ईरान द्वारा इजरायल पर लगभग 200 बैलिस्टिक मिसाइलों को दागे जाने के तुरंत बाद हुई। तेहरान अपने इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड्स कॉर्प्स और उसके प्रॉक्सी लेबनानी हिजबुल्लाह के शीर्ष नेताओं की हत्या के लिए इजरायल के खिलाफ जवाबी कार्रवाई कर रहा था।